…..حكاية…..

احمدعمر اللحوري.

المكلا حضرموت

…..حكاية…..

ليله …

بلا….

ميعاد….

وياريتنا….

ماالتقينا….

ولاعرفنا….

بعض….

ندمت….

حبيتك….

ونسيت….

بحر….

ماله….

مصب….

عاندني….

قلبي….

شتت…

بعقلي….

وفكري…..

بس….

ياريته….

يحس….

بااحساسي…..

قاطر….

من اغصانه….

تشوقناله….

ان فكرت….

بنساء….

خاطري….

مارضي…..

اعناب….

اغصانه…..

جميله….

ايهاالنسر….

المعلي….

جات محلق….

بين ضحاها….

ومساء….

جات….

تلتقط….

فريسة….

اوجات…

لتدلني….

بنت قطيبة….

دلني ع….

مخباها….

قد اجهضني…

الشوق لها…..

ولعيناها….

اشياق….

قلبي….

يالمني….

من فراقها…

والبعداجهض….

حالي….

قل النظر….

اخاف زوله….

والدمع لاينقطع…..

والقلب اذكرها….

مجروح…..

والعقل مجنون…..

النوم لايساورني…..

قد ضربت…..

مضاجعها….

فااخفوهاعني…..

والزموني لعدالغدر…..

حينما كبلوني……

ضحكت سلمي المخزميه……

وفرحت لماجرالي….

ولفراقها عني…..

شيطانية بنت ابليس….

تكره السعاده والخيرلغيرها…….

ابعدوني عنهم….

ورموني في شعب…..

للوحوش المفترسه……

مقبلا بالقيودي……

جات خلفهم….

وفكت قيودي…

لتظهر حسن طيبها….

ثعبانة حرباءجرباء……

لااصدقها…..

اني بعيد….

العطش يرهقني…..

والشوق يقتلني…..

دلني ايها الصقر المعلي….

الحب سلام للقلوب….

والامن نور حياتي….

وانا للحبيب…..

مشتاق…..

مشيت خلفه…..

فااذا يدلني…..

الى ربوة….

بها بيت صغير….

وحوله كثافه….

الاشجار الخضرء….

منتزه وروده جميله…..

وينابيع تسري….

في معاين نحو النهر….

وقفت حوله….

فاذا بطاقة…..

تذل منها جميلتي….

وهي سجينه…..

نظرت حولي….

لم يكون….

من احدحولي….

دخلت اليها….

وكسرت قيد معصمها….

ارتمت خوف….

في صدري ….

وهمست بالرحيل….

اخدتها وغادرنا…..

هذا البيت الجميل….

لايوجد حوله …..

غير الغذاب……

التقينا مثل…..

الغرباء….

ولكنها تذكرتنا……

الوحده جعلها…..

منفصمه…..

عالجتها بحناني….

وادركت اني عشيقها….

رحلنا ولم ترحل قلوبنا….

ادمعت عينها…..

بشوق الاحباء….

فقلت لها……

يانسيده اتعلمي….

بما لاقيته من عذاب….

لالقاكي……

قالت العشق ….

لغز الحياه…..

والحب امل ….

لوجودنا…..

لولاء الحب…..

ماالتقينا…..

كنت واثقه….

لحبك لي….

فااكرمناالله ….

نلتقي……

حافظ عليه…..

واصون لك مدى العمرو…..

احمدعمر اللحوري.

المكلا حضرموت

قد تكون صورة ‏‏‏جمل ذو سنامين‏، و‏‏شفق‏، و‏كسوف‏‏‏ و‏أفق‏‏

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